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मारवाड़ी कविताएँ

 मारवाड़ी कविताएँ--

जोधपुर मारवाड़ में वीर रस की डिंगल और पिंगल काव्य की प्राचीन परंपरा रही है. मारवाड़ के महाराजा अपने आश्रित और अन्य कवियों को भरपूर संरक्षण और प्रोत्साहन प्रदान करते थे. मारवाड़ के चारण और भाट कवियों ने एक से बढकर एक छंद, कविताएँ, मर्सिये लिखे है. इस ब्लॉग के माध्यम से कुछ काव्यों को संगृहीत कर प्रकाशित किया जा रहा है. इसमें लेखक की कोई मूल कविता नहीं है.


इन सामग्रियों को काफी मेहनत से संगृहीत कर 2014 से पोस्ट किया जा रहा है. 


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