Translate

शनिवार, 6 अगस्त 2016

अंतस रो ऊजास दीकरी

अंतस रो ऊजास दीकरी,
नैणा रो परकास दीकरी।
मिठडी मिठडी बाँता री,
झालर री झणकार दीकरी।।

आँगणियै रो फूल दीकरी,
पाँवा री रमझौल दीकरी।
कुंकुं पगल्या ले घर मे आवै,
छमछम करती अणमौल दीकरी।।

कुळ री व्है जोत दीकरी,
मनडै रो व्है मोद दीकरी।
लाजाळु ममत्व दयालु,
करूणा री व्है खांण दीकरी।।

देवलोका रो संसार दीकरी,
खुशियाँ अपरमपार दीकरी।
पगल्या धोय चरणामृत लेवुँ,
देवी रो व्है वरदान दीकरी।।
  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

काळी- काळी उमड़ी कांठळ

काळी- काळी उमड़ी कांठळ            डॉ मदन सिंह राठौड़ काळी- काळी उमड़ी कांठळ, धवळा- धवळा अहो! धोरिया। गुडळा- गुडळा भुरज गहरावै, गैरा - गैर...

MEGA SALE!!! RUSH TO AMAZON