आजादी-
गिरधरदान रतनू दासोड़ी
तिकड़म रासो देख अठै धूतां में आजादी रल़गी !
देवां रो तज वास ,नास भूतां में आजादी मिल़गी!!
जण जण री कण कण है कीमत लोकतंत्र री गल़ियां में!
छल़ियां रो मिल़ियां संग जबर ढंग री आजादी खल़गी!!
टेरां नैं टीवणियां भल तोतक कर कोतक ओ कीनो!
स्वाभिमान साचां रो बेच पोल में आजादी छल़गी!!
फाड़ धरम री धज्जियांं सुदियां देश नाखियो कजियै में!
विध -विध बाना धार मार मिनखापण आजादी पल़गी!!
बधिया धर लीचड़ देख खून चूसण नैं चींचड़िया ऐ
खा भ्रष्टाचार गदीड़ हार कीचड़ में आजादी कल़गी!!
कठै बा लोह पुरस री ललकार? कठै गांधी रा सुपना!
जोबन सारो गाल़ भरम में! माग बूढापै आजादी ढल़गी!!
कांई बदल़्यो बोल बता तूं? भारत री स्वारथ भोमी पर!
कर अपणां सूं अल़गाव भाव मोटां में आजादी भिल़गी!!
मिनख हुवा लाचार , मार डांगबल़ आगै डरफरिया!
भरिया लुच्चां माल हाल रुल़ियारां सँग आजादी रल़गी!!
गिरधरदान रतनू दासोड़ी
सोमवार, 29 अगस्त 2016
आजादी
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
गोगा नवमी
गोगा नवमी ********** पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की नवमी पर गोगा नवमी मनाई जाती है। गोगा देव की पूजा सावन माह की पूर्णिमा ...
MEGA SALE!!! RUSH TO AMAZON
-
राजस्थानी भाषा में एक व्यंगात्मक हास्य कविता कलयुग में भगवान एक, ''खिलौनों बणायो। दुनियावाला ई को नाम मोबाइल ...
-
राजपूती दोहे ( - ठा फ़तह सिंह जसौल) •» ” दो दो मेला नित भरे, पूजे दो दो थोर॥ सर कटियो जिण थोर पर, धड जुझ्यो जिण थोर॥ ” मतलब :- •» एक रा...
-
राजस्थान की कुछ पुरानी कहावतें राजस्थानी में वर्षा अनुमान: ☃☔ आगम सूझे सांढणी, दौड़े थला अपार ! पग पटकै बैसे नहीं, जद मेह आवणहार !! ..सा...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें