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करम खोडला बण्या सूल्डा, मनख निमटता हेरै।
बाड़े बाड़े टीबां टीबां देसी इबके फेरै।।
कोई निरखै मात पिता नै, कोई राम-रहीमा।
खोटी करणी गुरु जूण की, इस्या दिया है जिम्मा।।
दिन उगतां ही निरखे नागा, और नरक का कूण्डा।
फोटू खींचे लौट्या सागै, घणा लागसी भूण्डा।।
खूब करी रै रामजी, गुरुदेव के मांय।
घणा मान मनुवार दे सूअर दिया बणाय।।
निमटण लागी डावड़ी, फोटू लीनी त्यार।
जूती लीनी हाथ में पडी टाट पर मार।।
पडी टाट पर मार गुरूजी भागण लाग्या।
छाती फूली सांस पसीना टपकण लाग्या।।
वा वा रै सरकार, हुकुम से होग्या नरतण।
फोटू खींच्या गुरु, डावड़ी लागी निमटण।।
कुछ बचे हुए काम जो 'गुरूजी' को दिए जा सकते हैं-
-नाली साफ़ करना
-नेताओं के बच्चों को गोद में रखना
-आवारा कुत्तों की गणना करना
-खेतों में चिड़िया उड़ाना
-ब्याह शादी में जूते चप्पल का ध्यान रखना
-सर्वजनिज स्थानों पर मूतने वालों को पकड़ना
-पेड़ पौधों की गिनती रखना उन्हें काटने की सुचना सरकार को देना।
-सार्वजनिक भवनों पर रंगाई पुताई करना
-नहाने वालों पर नजर रखना एक बाल्टी से ज्यादा पानी काम लेने पर सुचना देना
-आवारा पशुओं का जगह जगह पड़ा गोबर इकट्ठा करना
-नोकरी बचाने और स्पष्टीकरण से बचने के लिए नामांकन वृद्धि हेतु अधिकतम बच्चे पैदा करने की सलाह देना
-चूल्हा जलाने वाले घरों में गैस कनेक्शन लगवाना।
-अधिक मोटे लोगों को नाडा बाँधने में सहायता करना
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