पीपा पाप न कीजिये, अल्गो रहिये आप,
करनी आपो आप री, कुण बेटो कुण बाप।।
जीव मार हिंसा करे, खातो करे बखान,
पीपा प्रत्यक्ष देखले, थाली माय मसाण।।
काळी- काळी उमड़ी कांठळ डॉ मदन सिंह राठौड़ काळी- काळी उमड़ी कांठळ, धवळा- धवळा अहो! धोरिया। गुडळा- गुडळा भुरज गहरावै, गैरा - गैर...
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