Physics class.
मेडम- जब कोई वस्तु ऊपर फ़ेंकी जाती
है तो वापस नीचे क्यों गिर जाती है?
मारवाड़ी छात्र- तो ऊपर पकड़े कुण ?
थारो काको ..!!!!
मेडम थे भी मज़ा घणा लेवो आजकल ।
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रविवार, 5 जून 2016
मज़ा घणा लेवो
शनिवार, 4 जून 2016
मारवाड री ऐ सीखण जेडी बातों।
मारवाड री ऐ सीखण जेडी बातों।
1. चौखी संगत में रेणो ।
2. काम ऊं काम करणो ।
3. ऊड़तो तीर नी लेवणो ।
4. घणो लालच नी करणो।
5. सोच समझ पग राखणो।
6. रास्ते आवणो, रास्ते जावणो ।
7. जितो हो सके उतो कम बोलणो ।
8. छोटा मोटा रा कायदों राखणो । 9. जितो पचे उतो ई खावणो।
(पेट खुदरों होवे) 10. बीना पूछीया सलाह नी देवणी । 11. पराई पंचायती नी करणी। 12. आटे मे लूण खटे, लूण मे आटो नी। 13. पगा बलतो देखणो डुंगर बलतो नी। 14. बीच में ही लाडे री भुवा नी बणनो ।
15. सुणरी सबरी करणी मन री।
गुरुवार, 2 जून 2016
फलाने की बहू
एक अवार्ड गांव के उन बुढऊ ताऊओं को भी मिलना चाहिये ......
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जो घूंघट वाली औरतों को भी देखकर बता देते कि ये फलाने की बहू है !!
चुमट्या
विद्यार्थी 1 :-- सर ये मेरे चुमट्या भर रहा है ।
विद्यार्थी 2 :-- सर इसने मेरी कॉपी में कुचल्डे कर दिए ।
अध्यापक :-- छाने हो जाओ वरना गाढ़ा दुचूंगा ।
conversation from
(राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय )
बुधवार, 1 जून 2016
Proud to Be A Rajasthani
A Poem On Rajasthan.. Proud to Be A Rajasthani
आँखों के दरमियान मैं गुलिस्तां दिखाता हुँ,
आना कभी मेरे देश मैं आपको राजस्थान दिखाता हुँ|
खेजड़ी के साखो पर लटके फूलो की कीमत बताता हुँ,
मै साम्भर की झील से देखना कैसे नमक उठाता हुँ!
मै शेखावाटी के रंगो से पनपी चित्रकला दिखाता हुँ,
महाराणा प्रताप के शौर्य की गाथा सुनाता हुँ|
पद्मावती और हाड़ी रानी का जोहर बताता हुँ,
पग गुँघरु बाँध मीरा का मनोहर दिखाता हुँ|
सोने सी माटी मे पानी का अरमान बताता हुँ,
आना कभी मेरे देश मै आपको राजस्थान दिखाता हुँ|
हिरन की पुतली मे चाँद के दर्शन कराता हुँ,
चंदरबरदाई के शब्दों की वयाख्या सुनाता हुँ|
मीठी बोली, मीठे पानी मे जोधपुर की सैर करता हुँ,
कोटा, बूंदी, बीकानेर और हाड़ोती की मै मल्हार गाता हुँ
|पुष्कर तीरथ कर के मै चिश्ती को चाद्दर चढ़ाता हुँ,
जयपुर के हवामहल मै, गीत मोहबत के गाता हुँ|
जीते सी इस धरती पर स्वर्ग का मैं वरदान दिखाता हुँ,
आना कभी मेरे देश मै आपको राजस्थान दिखाता हुँ||
कोठिया दिखाता हुँ, राज हवेली दिखाता हुँ,
नज़्ज़रे ठहर न जाए कही मै आपको कुम्भलगढ़ दिखाता हुँ
|घूंघट में जीती मर्यादा और गंगानगर का मतलब समझाता हुँ,
तनोट माता के मंदिर से मै विश्व शांति की बात सुनाता हुँ|
राजिया के दोहो से लेके, जाम्भोजी के उसूल पढ़ाता हुँ,
होठो पे मुस्कान लिए, मुछो पे ताव देते राजपूत की परिभाषा बताता हुँ|
सिक्खो की बस्ती मे, पूजा के बाद अज़ान सुनाता हुँ,
आना कभी मेरे देश मै आपको राजस्थान दिखाता हुँ||
रविवार, 29 मई 2016
बाळेसर री खाणिया
बाळेसर री खाणियां
घणो जोर रो झटको लागो,
पङियो दिल रो दौरो।
ताङ तोङ ने पैसा लाता,
मनङो हो तो सौरो॥
टाबर सौरा,टींगर सौरा,
सौरा भाई अर सैण।
बंद करीह ए खाणियां,
कींया करीह आ दैण॥
पेली तो डोडा रुकवाया,
अब रुकवायी खाण।
कांई करूं रे जीवङा,
पव्वो मिळे न पाण॥
फोकट म्हे फेरा खाङे,
गोता खाङे च्यार।
बिना तळे रा लोटिया,
बोट बगत त्यार॥
टींगर तो टळ्ळाटा करेह,
लुगाई मारे लात।
बाळेसर री खाणियां,
ओ प्रवासी मीनका !
छोड़ चलो गुजरात !!!
काळी- काळी उमड़ी कांठळ
काळी- काळी उमड़ी कांठळ डॉ मदन सिंह राठौड़ काळी- काळी उमड़ी कांठळ, धवळा- धवळा अहो! धोरिया। गुडळा- गुडळा भुरज गहरावै, गैरा - गैर...
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राजस्थानी भाषा में एक व्यंगात्मक हास्य कविता कलयुग में भगवान एक, ''खिलौनों बणायो। दुनियावाला ई को नाम मोबाइल ...
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राजपूती दोहे ( - ठा फ़तह सिंह जसौल) •» ” दो दो मेला नित भरे, पूजे दो दो थोर॥ सर कटियो जिण थोर पर, धड जुझ्यो जिण थोर॥ ” मतलब :- •» एक रा...
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राजस्थान की कुछ पुरानी कहावतें राजस्थानी में वर्षा अनुमान: ☃☔ आगम सूझे सांढणी, दौड़े थला अपार ! पग पटकै बैसे नहीं, जद मेह आवणहार !! ..सा...