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रविवार, 21 मई 2023

HISTORY OF JODHPUR : मारवाड़ का संक्षिप्त इतिहास

 

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Introduction-

The history of Jodhpur, a city in the Indian state of Rajasthan, is rich and vibrant, spanning several centuries. From its origins as a small settlement to the rise of the Rathore dynasty, Jodhpur has witnessed the reign of famous kings and been the site of significant battles. Additionally, the city has made notable cultural contributions over the years. In this essay, we will explore the origin and early history of Jodhpur, delve into the Rathore dynasty, highlight famous kings and battles, and discuss the city's cultural contributions.


Origin and Early History:


The origin of Jodhpur dates back to ancient times. The region around Jodhpur was once inhabited by various tribes, including the Abhiras, Meds, Mauryas, and Gurjaras. In the 6th century, it became a part of the Gurjara-Pratihara Empire, which ruled over much of Northern India. The region later came under the control of the Rajputs, a warrior clan known for their valor and chivalry.


Rathores and the Foundation of Jodhpur:


The Rathore dynasty played a significant role in shaping the history of Jodhpur. The Rathores claim their descent from the legendary hero Rama, the central figure in the Hindu epic Ramayana. The dynasty was founded by Rao Jodha, who established Jodhpur as the capital in 1459 CE.


Rao Jodha belonged to the Rathore clan, which was a part of the prestigious Rajput community. He established a strong kingdom and laid the foundation of the magnificent Mehrangarh Fort, which became the emblem of Jodhpur's grandeur. Under the leadership of Rao Jodha and his successors, Jodhpur prospered and became a significant center of trade and commerce.


Famous Kings of Jodhpur:


Rao Jodha (reigned 1459-1488): The founder of Jodhpur and the Rathore dynasty, he established a strong kingdom and laid the foundation of the magnificent Mehrangarh Fort.


Rao Maldeo Rathore (reigned 1532-1562): Known for his military prowess, he expanded the kingdom of Marwar and successfully faced numerous battles against the Mughals and other regional powers.


Maharaja Jaswant Singh Rathore (reigned 1638-1678): He played a crucial role as a Mughal general and diplomat, serving in the court of Emperor Shah Jahan and Emperor Aurangzeb. He was known for his loyalty, valor, and diplomatic skills.


Maharaja Ajit Singh (reigned 1678-1724): Notable for his administrative reforms, cultural patronage, and architectural contributions, he established close ties with the Mughal emperor Aurangzeb and played a crucial role in regional politics.


Maharaja Abhai Singh (reigned 1724-1749): Known for his military achievements, he successfully defended Marwar against external threats and expanded the kingdom's territories.


Maharaja Man Singh (reigned 1803-1843): Faced with the challenges of the British East India Company, he navigated the changing political landscape while preserving the integrity and autonomy of Marwar to the best of his ability.


Maharaja Takht Singh Rathore (reigned 1843-1873): During his reign, he implemented administrative reforms, promoted education and infrastructure development, and participated in significant battles and conflicts of the time.


Maharaja Sardar Singh (reigned 1895-1911): Known for his progressive reforms, he focused on modernizing Marwar's administration, education, and infrastructure, including the construction of the Umaid Bhawan Palace.


Maharaja Umaid Singh (reigned 1918-1947): He oversaw the construction of the magnificent Umaid Bhawan Palace, which is now a symbol of Jodhpur's grandeur. He also played a role in supporting the British during World War II.


Maharaja Hanwant Singh (reigned 1947-1952): As an independent India was established, he served as the last ruling Maharaja of Jodhpur before the princely states were integrated into the Indian Republic. He later became a prominent politician.



Cultural Contributions:


Jodhpur has made significant cultural contributions over the centuries. The city is renowned for its magnificent architecture, particularly the Mehrangarh Fort. The fort is an architectural marvel, characterized by its imposing structure, intricate carvings, and expansive courtyards. It houses a museum that showcases the rich heritage and artifacts of Jodhpur, providing insights into the city's cultural past.


Jodhpur is also famous for its vibrant folk music and dance forms. The region's folk traditions, such as Ghoomar and Kalbeliya dance, have gained international recognition. These dance forms are performed during festivals, weddings, and other cultural celebrations, adding color and fervor to the city's cultural landscape.


The city's handicrafts, particularly its textiles and jewelry, are highly regarded. Jodhpur is known for its Bandhani (tie-and-dye) and Block printing techniques, which produce intricate and colorful patterns on fabric. The jewelry of Jodhpur reflects the region's rich heritage and features traditional designs adorned with precious gemstones.


Furthermore, Jodhpur has a distinctive cuisine that reflects the flavors of Rajasthan. The city is famous for its delectable dishes like Dal Bati Churma, Makhaniya Lassi, and Mirchi Bada. These culinary delights have become an integral part of the region's identity and are enjoyed by both locals and visitors.

Conclusion

In conclusion, the history of Jodhpur is a tapestry woven with the threads of origin, the rise of the Rathore dynasty, famous kings and battles, and cultural contributions. The city's foundation by Rao Jodha, the valor of its kings, and the splendor of its architecture have left an indelible mark on its history. Jodhpur's rich cultural heritage, encompassing folk music, dance forms, handicrafts, and cuisine, continues to captivate and inspire people from around the world.

मंगलवार, 27 अक्तूबर 2020

MAHARAJA SIR PRATAP SINGHJI OF JODHPUR : जोधपुर के महाराजा सर प्रताप

MAHARAJA SIR PRATAP SINGHJI OF JODHPUR


परिचय

1875 में महाराज प्रताप सिंह जी 30 वर्ष की उम्र में जोधपुर रियासत के मुसाहिब आला( प्रधानमंत्री) बने उसी दौरान मेयो कॉलेज की स्थापना हुई। सर प्रताप के दिमाग में बात बैठ गई थी परंपरागत वीरता और शौर्य से हमारी जाति इस विश्व में आगे नहीं बढ़ सकती उसको आधुनिक शिक्षा का बल समय रहते अर्जित करना होगा, इसी समय एक स्कूल की स्थापना की गयी ,बाद मंडोर में 1896 में सभी राजपूतों के पढ़ने के लिए विद्यालय राज्य के खर्चे पर बनाया ।
नवंबर 1912 में चौपासनी जागीर से 412 बीघा जमीन लेकर स्कूल का भूमि पूजन किया गया, 15 माह के समय में मुख्य भवन सहित चार छात्रावासों का निर्माण महाराजा साहब के खर्चे से किया गया जिसकी लागत 4लाख रुपये थी। 

चोपासनी स्कूल की स्थापना 

इस मुख्य भवन के ऊपर संगमरमर के पत्थर पर मारवाड़ के चिन्ह के साथ "रणबंका राठौड़" लिखा था उसके ऊपर पॉवलेट नोबल्स एल्गिन राजपूत स्कूल लिखा गया था। इसका उद्घाटन तत्कालीन वॉइसराय एवं गवर्नर जनरल बारोन हार्डीग्ज ने 8 फरवरी 1914 को किया इस दौरान निर्मित 4 छात्रावासों के नाम हार्डिंगज हाउस, एल्गिन हाउस, पॉवलेट हाउस, प्रताप हाउस रखा गया ।

1927 में न्यूजीलैंड वासी शिक्षाविद एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी(आई सी एस )ए पी कॉक्स ने चौपासनी स्कूल के प्रिंसिपल एवं मारवाड़ रियासत के शिक्षा निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया और 1947 आजादी तक रहे, इस दौरान इस भव्य और दिव्य स्कूल ने अपनी ख्याति राष्ट्रीय स्तर पर अर्जित की 1939 में गवर्नर जनरल लॉर्ड गोसचेंन का स्कूल में आना हुआ और महाराजा उम्मेदसिंह जी द्वारा पांचवें छात्रावास को प्रारंभ किया ,उसका नाम उम्मेद हाउस रखा गया। आजादी तक यहां पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों का खर्च रियासत द्वारा वहन किया जाता था।

आजादी के बाद इस संस्थान को मिलिट्री स्कूल बनाने का प्रयास हुआ जो समाज के संगठित प्रयासों से बचाया गया ।
आजादी के बाद इस संस्थान का संचालन मारवाड़  राजपूत  एजुकेशन ट्रस्ट एवं बाद चौपासनी शिक्षा समिति द्वारा किया जाने लगा जो अनवरत चल रहा है ।

एक बार संस्थान के संचालन में धन की कमी आ गई तो तत्कालीन अध्यक्ष स्वर्गीय राजा देवी सिंह जी भाद्राजून ने स्वयं वहन किया था।

1967 में स्वर्गीय प्रेम सिंह जी पड़िहार मानद सचिव ने समाज के सहयोग से 160 बीघा जमीन संस्थान के लिए खरीदी ।

इस विद्यालय को भूमि का स्वामित्व पूर्व मंत्री स्वर्गीय श्री खेत सिंह जी राठौड़ के सद्प्रयासों प्रयासों द्वारा मिला।

चौपासनी स्कूल सतत चलती रही थी ,एक दौर आया तब विद्यार्थियों की संख्या निरंतर घटने लगी और हमारे अध्यापक गण जो 90% सरकारी ऐड से कार्य कर रहे थे सरकार द्वारा अपने सरकारी विद्यालयों में समाहित कर लिए गए और स्कूल का ऐड पूर्णतया बंद कर दिया गया संस्थान को चलाने के लिए एकदम भार पड़ गया, नए अध्यापकों एवं अन्य स्टाफ को तनख्वाह देने की समस्या हो गई , पूर्व अध्यापकों ने शिक्षा समिति पर 35 के करीब याचिकाएं कोर्ट में दाखिल कर दी इससे निपटने के लिए 2012 से 2016 तक 12 लाख रुपये वकीलों को को देना पड़ा ।
तत्कालीन मैनेजमेंट ने इससे पार पाने के लिए विचार विमर्श किया और इस निर्णय पर पहुंचे कि इसमें अन्य कोर्स शुरू किए जाएं या स्कूल का संचालन किसी अन्य एजेंसी द्वारा कराया जाए सभी प्रपोजल पर विचार विमर्श करने के बाद मैनेजमेंट के सभी लोगों ने महाराजा साहब से मेयो कॉलेज द्वारा संचालित मयूर स्कूल के बारे में बात की।महाराजा साहब ने मेयो कॉलेज के लोगो से बात की,सौभाग्य से वे दोनों संस्थाओ के संरक्षक भी है।आपके प्रयासों से 19जनवरी 2012 को एक MOU पर हस्ताक्षर हुए। इस करार को पहले गवर्निग कौंसिल में लाया गया था,  मैं भी गवर्निंग कौंसिल का सदस्य आप सभी के आशीर्वाद व सहयोग से2010 में बन गया था।मैंने प्राथमिक तौर पर इसका विरोध किया परंतु यह प्रस्ताव पास हो गया था ।मैंने महाराजा साहब को कई सुझावों के साथ पत्र लिखा उसका जबाब मिला उसमे उन्होंने दर्शाया था कि वर्तमान परिस्थितयो यह सबसे उपयुक्त समाधान है।
इस MOU की प्रमुख बातो को सरल शब्दों में बताना  उचित  होगा-
एमओयू 15 वर्षों के लिए हुआ था ।
हिज हाइनेस महाराजा गजसिंह जी की अध्यक्षता में कमेटी होगी, इसमें वरिष्ठ उपाध्यक्ष मेयो कॉलेज गवर्निंग काउंसिल द्वारा नामित होगा ,उपाध्यक्ष चौपासनी शिक्षा समिति द्वारा नामित होगा, इसमें 5 मेंबर्स होंगे 3 मेंबर चौपासनी शिक्षा समिति द्वारा नामित एवं दो मेंबर मेयो कॉलेज जनरल कौंसिल द्वारा  नामित होंगे, सेक्रेटरी प्रिंसिपल मयूर  चौपासनी स्कूल (इन्हें वोट का अधिकार नहीं )होंगे।
इस स्कूल के दिन प्रतिदिन संचालन के लिए संचालन समिति का गठन किया गया,इसमे चौपासनी शिक्षा समिति एवं मेयो कॉलेज कॉलेज गवर्निंग काउंसिल द्वारा नामित सदस्य होंगे।
चौपासनी के भूतपूर्व छात्रों एवं चौपासनी शिक्षा समिति द्वारा अनुमोदित 30% तक छात्रों को इस स्कूल में प्रवेश देना होगा बशर्ते वे सभी छात्र प्रवेश की न्यूनतम योग्यता रखते हो ।
दिन प्रतिदिन संचालन का पूरा दायित्व मेयो कॉलेज जनरल काउंसिल का होगा चौपासनी शिक्षा समिति दखल नहीं देगी।
मयूर नाम एवं चिन्ह के साथ पूरे संचालन के लिए चौपासनी शिक्षा समिति को पहले दो साल कुछ नही देना है,उसके बाद 700 छात्रों तक कुल फीस का 3% व इससे ऊपर4%तिमाही भुगतान मेयो कॉलेज गवर्निग कौंसिल को करना होगा।
चौपासनी शिक्षा समिति मयूर चौपासनी स्कूल को सभी तरह की सुविधाएं प्रदान करेगी ।
हमारे विद्यालय की पूरी मरम्मत की आवश्यकता महसूस हुई छात्रावासों को नए कक्षो में बदलना था इस समय भी धन की आवश्यकता हुई तो महाराजा साहब ने 51लाख का सहयोग किया एवं समाज के कई भामाशाहो  ने 11 लाख या इससे अधिक का सहयोग किया इसमें स्वर्गीय ठा० मानवेंद्र सिंह जी रोहट, श्री कुंभ सिंह जी पातावत ,स्वर्गीय श्री तन सिंह जी चौहान, ठा०मोहनसिंहजी उचियारड़ा,श्री शम्भु सिंह जी खेतासर के साथ कई अन्य भामाशाहो का भी सहयोग रहा।
पिछले 10 वर्षों से चौपासनी शिक्षा समिति की प्रत्येक मीटिंग एवं गतिविधियों में मन से भाग लिया एमओयू को बार-बार पढ़ने और समझने के बाद ऐसा लगता है तत्कालीन परिस्थितियों में इससे बढ़िया विकल्प नहीं था और जो एमओयू हुआ वह महाराजा साहब ,स्वर्गीय ठा०मानवेंद्र सिंह जी रोहट, श्री वी पी सिंह जी बदनोर राज्यपाल पंजाब चंडीगढ़ के सदप्रयासों से संभव हो पाया था इसका परिणाम भी  समाज को मिला एवं मिल रहा है।
2015 मे निर्विरोध निर्वाचन हुआ, नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष ठा० सिद्धार्थ सिंह रोहट बने उन्होंने अपनी कार्यकारिणी में मानद सचिव पुनः श्री प्रहलादसिंह राठौड़ को बनाया ,जो राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे है और चौपासनी के भूतपूर्व छात्र है। कार्यकारिणी में कुल26 सदस्यो में से 15 सदस्य चौपासनी के भूतपूर्व छात्र है उसमे से मैं भी हूँ मेरे को इस कार्यकारिणी में शिक्षा,छात्रवास एवं अनुशासन का दायित्व दिया गया है ,हर कार्य के लिये अलग अलग कमेटियां है जो अपना अपना कार्य सामूहिक जिम्मेदारी से कर रहे है।
चौपासनी का अतीत एवं वर्तमान ::--हमारे इस महान विद्यालय में आजादी के बाद अंतिम गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन  पधारें इसके बाद कमांडिंग इन चीफ जनरल केएम करिअप्पा, भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं हीरक जयंती में डॉ फखरुद्दीन अली अहमद का पधारना हुआ। इसके अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों मुख्यमंत्रियों एवं सेनाध्यक्षो का आना हुआ।
इस विद्यालय  के विद्यार्थियों ने उत्तम चरित्र, संस्कृति,  परंपराओं के साथ अनुशासन, देश भक्ति का पाठ पढ़ते हुए राष्ट्र निर्माण में  बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान किया।
इस विद्यालय के विद्यार्थियों ने राष्ट्र रक्षा के लिए अकल्पनीय काम किया प्रमुख नामों का उल्लेख गौरव से करना चाहूंगा आजादी से पूर्व प्रथम विश्व युद्ध के योद्धा गोविंद सिंह जी को विक्टोरिया क्रॉस मिला ,लेफ्टिनेंट कर्नल डूंगर सिंह जी मिलिट्री क्रॉस ,कैप्टन अमर सिंह जी सेकंड क्लास इंडियन ऑफ मेरिट मिला ।
आजादी के बाद मेजर शैतान सिंह जी( परमवीर चक्र), मेजर मलसिंह जी( अशोक चक्र), एयर वाइस मार्शल चंदनसिंह जी (विशिष्ट सेवा मेडल, वीर चक्र ,महावीर चक्र), ले०कर्नल मेघसिंह जी (वीर चक्र ),राइफलमैन रावत सिंह जी( वीर चक्र), ब्रिगेडियर उदय सिंह जी( महावीर चक्र) ,मेजर जनरल कल्याण सिंह जी (विशिष्ट सेवा मेडल), फ्लाइट लेफ्टिनेंट जगमाल सिंह जी (शौर्य चक्र ),नायब सुबेदार लाल सिंह जी खींची (शौर्य चक्र ),आई जी पी सुल्तान सिंह जी (राष्ट्रपति पुलिस पदक),पद्मश्री नारायणसिंह जी भाटी(राष्ट्रपति पुलिस पदक)।
नारायणसिंह जी भाटी मालूँगा पदमश्री(साहित्य), डॉ नारायण सिंह माणकलाव को समाज सेवा के लिए पदमश्री, पदम विभूषण, (राज्यसभा सांसद मनोनीत), डॉ लक्ष्मण सिंह जी राठौड़ डीजी मौसम विभाग आदि ने संस्था का नाम ऊंचा किया।
खेलकूद में कर्नल प्रेम सिंह जी को अर्जुन अवॉर्ड पोलो, रावराजा प्रोफेसर करण सिंह जी को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिला साथ ही कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी इस विद्यालय से निकले हैं।
राजनीतिक क्षेत्र में इस विद्यालय से कई लोग वर्तमान विधायक हैं और कई पूर्व में सांसद विधायक मंत्री रहे हैं इनमें से प्रमुख नाम श्री तन सिंह जी ,ठाकुर कल्याण सिंह जी कालवी केंद्रीय मंत्री रहे हैं।
इस विद्यालय के कई विद्यार्थी आईएएस, आईपीएस ,आर ए एस ,आरपीएस ,इंजीनियर, डॉक्टर, वकील ,बैंक बीमा में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं या हैं ,कई प्रोफेशनल  व्यापारियों ने अपने अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है इस कारण चौपासनी का नाम बहादुर ,कर्तव्य परायण, ईमानदार, होशियार और कठोर परिश्रमी नागरिक देने वाली संस्था के रूप में है।
यहाँ के विद्यार्थियों ने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है या दे रहे हैं।

चौपासनी एवं हनुमंत चौपासनी स्कूलों की विशेष देखभाल के लिए कर्नल महेंद्र सिंह बीका साहब को प्रशासनिक डायरेक्टर नियुक्त किया गया है वे  पिछले 2 वर्षों से पूरा समय विद्यालय परिसर में रहकर स्कूलों एवं छात्रावासों की हर गतिविधियों में भाग लेकर पढ़ाई एवं अनुशासन बनाए रखने में कामयाब हुए हैं।
इसी दौरान कैप्टन अतुल शौर्य एकेडमी से करार हुआ था जिसमें सभी नवी कक्षा से ऊपर के विद्यार्थियों को कोचिंग संस्थान द्वारा दिलाई गई इससे विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में ज्ञान हुआ और कर्नल बीका साहब के प्रयासों से अब एक कालांश  कैरियर कौसिलिंग/व्यक्तित्व विकास का रखा गया है।
 विद्यार्थियों में फौज के अफसर बनने के लिए लगातार परामर्श कर्नल बीका साहब एवं हमारे कार्यकारिणी के सदस्य कर्नल शंभू सिंह जी देवड़ा साहब देते रहे हैं।

हमारे इन दोनों विद्यालयों के खेल स्तर को सुधारने के लिए पिछले 2 वर्षों से खेल डायरेक्टर के पद पर अंतर्राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी एवं अर्जुन अवॉर्डी श्री हनुमान सिंह जी को नियुक्त किया गया है ,साथ ही उनके सहयोगी के रुप में रिटायर्ड डिप्टी कमांडेंट एवं एन आई एस कोच श्याम सिंह जी(जिमनास्टिक) को जोड़ा है इनके विशेष प्रयासों से हमारे विद्यालयो के लिए खेल नीति लागू की गई है।
हमारे चौपासनी परिसर में चलने वाली सभी संस्थाओं का संक्षिप्त विवरण जो अवलोकन करने योग्य है--

(1) चौपासनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल( कक्षा 6से12 तक)---इस विद्यालय को मयूर के आने के बाद छात्रवास में स्थानान्तरित कर दिया गया।महाराजा गजसिंह ब्लॉक के ऊपर पूरा नया भवन पुरानी चौपासनी भवन के समान हेरिटेज लुक के साथ बनाया गया है।
हमारे स्कूल के सभी खेल मैदानों को सही एवं व्यवस्थित किया गया है इस परिसर में दो अंतरराष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल मैदान श्री हनुमान सिंह जी की देखरेख में बनाए गए हैं।
सभी कक्षा कक्षो में सीसी टीवी कैमरे लगाए गए है पूरे स्कूल परिसर को नया रूप दिया गया है।
इस विद्यालय के प्रिंसिपल श्री दुर्गादास जी राजवी के नेतृत्व में योग्य अध्यापकों की टीम काम कर रही है सभी अध्यापक गणों के वेतन में सुधार किया गया है निरंतर कार्य से प्रोत्साहन राशि को भी जोड़ा गया है।
इस विद्यालय में कुल 551 (श्री उम्मेद विद्यालय के107 छात्र शामिल है)छात्र अध्ययनरत रहे हैं 

विद्यालय का परीक्षा परिणाम अच्छा रहा है विज्ञान वर्ग छात्र संख्या 10-प्रथम श्रेणी-6, द्वितीय श्रेणी 4 कृषि विज्ञान कुल छात्र 27 प्रथम श्रेणी 13 द्वितीय श्रेणी 13 पूरक 1 । वाणिज्य वर्ग कुल छात्र नो प्रथम श्रेणी 4 द्वितीय श्रेणी 3 तृतीय श्रेणी एक पूरक 1 कला वर्ग कुल छात्र 64 प्रथम श्रेणी 42 द्वितीय श्रेणी 20 पूरक 2
कक्षा 10 कुल छात्र 55 प्रथम श्रेणी 24 द्वितीय श्रेणी 28 तृतीय  श्रेणी 1 पूरक 2

खेलकूद ::--चौपासनी स्कूल के 14 वर्ष एवं 19 वर्ष के बालक  फुटबॉल में जिले के विजेता ।
19 वर्ष छात्र वॉलीबॉल में लगातार दूसरी बार जिले में विजेता रहे।
 एक छात्र का हैंडबॉल में व 3 छात्रो का वॉलीबॉल में राज्य स्तर पर चयन हुआ। श्री रावल सिंह का फुटबॉल एवं सुश्री प्रियंका शेखावत जिम्नास्टिक में राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ।

2 हनुवंत चौपासनी स्कूल::-- कुल छात्र 832 
12वीं विज्ञान वर्ग कुल 28 प्रथम श्रेणी 22 द्वितीय श्रेणी 4 पूरक 2 
12वीं वाणिज्य वर्ग कुल 8 प्रथम श्रेणी -7 ,द्वितीय श्रेणी1 
कला वर्ग कुल 23 प्रथम श्रेणी 15, द्वितीय श्रेणी-7 अनुतीर्ण -1
दसवीं बोर्ड कुल 58 प्रथम श्रेणी 26 द्वितीय श्रेणी 29 तृतीय श्रेणी 3 पूरक-1

खेलकूद::- -हनवंत स्कूल के 14 व 17 वर्ष के छात्र  बास्केटबॉल में जिले में विजेता रहे।
हैंडबॉल में 14 वर्ष की छात्राएं उप विजेता रही।
हॉकी में 14 वर्ष के छात्र एवं 17 वर्ष की छात्राएं विजेता रही।
इस विद्यालय के 5 छात्र राज्य स्तर पर चयनित हुए, सुश्री स्मिता कंवर का हॉकी में राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ।
इस विद्यालय का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है ।सभी कक्षा कक्षो को आधुनिक बनाया गया है एवं सभी कक्षाओ में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं 
इस विद्यालय की नयी प्रिंसिपल श्रीमती नीलकमल सिंह को नियुक्त किया गया है, जो बीकॉम बी एड के साथ तीन विषयों में स्नातकोत्तर योग्यता रखती है-एजुकेशन, अंग्रेजी, मनोविज्ञान ।
आपने लंदन से बिजनेस मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की एवं वहां अध्यापन भी करवाया। आशा है आपके नेतृत्व में विद्यालय नई ऊंचाइयां छूएगा।

मयूर चौपासनी स्कूल:

 इस विद्यालय की स्थापना 19 जनवरी 2012 कोई हुई जिसमें 1895 विद्यार्थी अध्ययनरत है इसमें से 532 राजपूत बच्चे पढ़ रहे हैं। विद्यालय के प्रिंसिपल श्री शरद तिवारी जी नेतृत्व में 106योग्य  शिक्षकों की टीम अच्छा  कार्य कर रही है ।इस टीम में 30 राजपूत शिक्षक है।
हमारे विद्यालय एवं प्रिसिपल सा ने राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त कर संस्था का नाम रोशन किया है।
विद्यालय का सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम 2019 अच्छा रहा इसमें अजीत प्रताप सिंह राठौड़(पुत्र श्री बाबुसिंह राठौड़ पूर्व विधायक शेरगढ़) ने 97.8% अंक प्राप्त कर स्कूल में प्रथम एवं जोधपुर रीजन में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
दसवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम सराहनीय रहा मानवेंद्र सिंह बीका ने96.2% अंक के साथ स्कूल में प्रथम ,दिव्या जैन ने 95.4% अंक प्राप्त कर द्वितिय एवं ऋषिराजसिंह शेखावत ने 95% अंक के साथ तृतीय स्थान हासिल किया ।
सीबीएसई बोर्ड 2020 के परीक्षा परिणाम बहुत सराहनीय है इस विद्यालय की ईवा तिवारी ने 99. 8% अंक के साथ पूरे राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त किया चंद्राणी राणावत ,सुनिधि राठौड़ सहित 10 विद्यार्थियों ने 95% से अधिक अंक प्राप्त किए।
दसवीं बोर्ड में अभिमन्यु सिंह राठौड़ ,दिव्या कँवर, भूमिका सिंह राठौड़ ने विद्यालय के 10 प्रथम विद्यार्थियों में स्थान हासिल किया।

खेलकूद ::-- विद्यालय के 17 विद्यार्थियों का राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ इसमें से 9 राजपूत बच्चे हैं । एयर राइफल शूटिंग में मनीषासिंह राठौड़,महिमा राठौड़, भूमिका सिंह राठौड़। फुटबॉल में वैभव उदावत, जिमनास्टिक में अधिराज सिंह चौहान, ज्योत्सना उदावत, चंद्रिका राठौड़। कामना उदावत व नितीप्रिया कँवर  टेनिस बाल क्रिकेट में ।
अन्तराष्ट्रीय स्तर पर दो विद्यार्थीयो का चयन हुआ उसमे से एक कर्मवीरसिंह खीची टॉपहम क्रिकेट क्लब डरबन दक्षिण अफ्रीका की ओर से जोहान्सबर्ग,प्रिटोरिया, डरबन के मैदानों पर खेले 
स्कूल में भीष्मराजसिंह शेखावत ऑल राउंडर बॉय रहा।

विशेष::--चौपासनी परिसर से पहली बार प्रधुम्न सिंह पड़िहार (जो मेरे LIC के विकासअधिकारी साथी श्री दयाल सिंह पड़िहार नान्दड़ा के पुत्र है) ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी(NDA)खड़गवासला पुणे में चयनित होकर संस्था को गौरव प्रदान किया है।

चौपासनी शिक्षा समिति द्वारा बी एड का दो वर्षीय कोर्स चलाया जा रहा हैं जिसमें197 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
बी ए बी एड ,बीएससी बीएड 4 वर्षीय कोर्स चलाया जा रहा हैं जहाँ 245 विद्यार्थी अध्ययनरत है।
हमारे कॉलेज की जोधपुर के सबसे अच्छे कॉलेज के रूप में गिनती है, जिसको बी ग्रेडिंग 2012 में मिला हुआ हैं। प्रिंसिपल रिटायर्ड प्रो०डॉ०हरदयालसिंह राठौड़ हैं।  

 एनसीसी::- - चौपासनी एवं हनवंत चौपासनी स्कूल के लिए आर्मी विंग सीनियर के साथ साथ तीनो विंग जूनियर वर्ग में एनसीसी हमारी एकमात्र संस्थान में है।
हमारे यहाँ के12  विद्यार्थी सेना में भर्ती हुए है।

छात्रावास::- 174विद्यार्थी छात्रवास में रह रहे थे।छात्रावासों का निर्माण एवं मरम्मत करवाई गयी।विद्यार्थियों के लिए सुविधाओं में बढ़ोतरी की गयी रसोईघर का आधुनिकीकरण किया गया उसके पास नये डाईनिंग हाल का निर्माण करवाया गया।
छात्रावासो में अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

छात्रवृत्ति::--पिछले सत्र में 35.19लाख रुपये अभावग्रस्त होशियार बच्चों को छात्रवृत्ति दी गयी है,इसमे बालिका शिक्षा के लिए10 लाख रुपये केरु बालिका छात्रावास की छात्राओं की फ़ीस एवं 4.6लाख परिवहन के लिए दिए गए हैं।
हमारे यहाँ कोई भी होशियार बालक धनाभाव में पढ़ाई से वंचित नही रहे इसके लिए चौपासनी शिक्षा समिति ने छात्रवृत्ति के माध्यम पढ़ाने की व्यवस्था की है।
कुल मिलाकर हमारे परिसर में 3823 विद्यार्थी अध्ययनरत है,यह संख्या निरंतर बढ़ती ही जायेगी 

राजस्थानी शोध संस्थान चौपासनी:

इस संस्थान में कुल 6 ठिकानों की1581 बही संग्रह है।
5000प्रकाशित पुस्तकें जो राजस्थानी भाषा,छन्दशास्त्र, व्याकरण,आयुर्वेद ज्योतिष, कला एवं मनोविज्ञान से संबंधित है।
16743 हस्तलिखित ग्रंथ है।
राजपूत स्कूल की300 पेंटिंग है।
राजस्थानी शब्दकोष श्री सीताराम लालस द्वारा संग्रहित(11 खंडो में 2लाख शब्द)हैं।
इन सबका डिजीटलाइजेशन किया जा रहा हैं जो महाराजा मानसिंह पुस्तक प्रकाश मेहरानगढ़ म्यूज़ियम ट्रस्ट जोधपुर की देखरेख में किया जा रहा है।इस धरोहर  का उपयोग शोधार्थियों के लिए होगा,संस्थान के उपनिदेशक डॉ विक्रमसिंह भाटी के द्वारा 'परम्परा' अर्धवार्षिक  शोध-पत्रिका का प्रकाशन एवं राष्ट्रीय स्तर शोध संगोष्ठियों का आयोजन होता रहता है।

 हमारे विद्यालयो के कृषि विज्ञान के छात्रों के लिए 250 बीघा के4 कृषि फार्म है ।
होटल मैनेजमेंट के कोर्स शुरू करने के लिए चौपासनी गार्डन 20 कमरो के साथ विकसित किया गया है।
यहां पर आधुनिक तरणताल, स्टेडियम,मां चामुंडा का भव्य मंदिर है,मयूर चौपासनी स्कूल के आगे दिव्यपुरुष सर प्रताप की आदमकद मूर्ति लगी है।
मां चामुंडा एवं सर प्रताप के आशीर्वाद से भावी योजनाए::-
1.चौपासनी विश्वविधालय   बनाना।
2.नई शिक्षा नीति को  पूरा समझ स्कूलों में नवाचार करना।
3.बालिका शिक्षा को बढावा देने के लिए अलग बालिका विद्यालय एवं छात्रवास का निर्माण(माध्यम हिंदी अंग्रेजी दोनो हो)
4.चौपासनी विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम से भी पढ़ाई होंगी।
5.कई रोजगारोन्मुखी कोर्स चलाये जाएंगे विशेष कृषि से संबंधित इजऱायल पैटर्न पर।
7.चौपासनी स्कूल लाइब्रेरी को आधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी के रूप में विकसित करना।
8.चौपासनी स्कूल में आधुनिक कम्प्यूटर लैब विकसित करना।
परिवर्तन के साथ हमारे संस्कारो को साथ रखकर प्रतियोगी युग मे हम सब सफल होंगे।
इस महान संस्थान के भूतपूर्व छात्रों एवं शुभचिंताको से प्रार्थना है आप साल में एक बार अवश्य पधारे इसके सभी आयामो का अवलोकन करें और अपने बहुमूल्य सुझाव शिक्षा समिति कार्यलय दिरावे ।
संस्थान को 80G मिला हुआ है।अपना यथायोग्य धन का सहयोग  दे।

मैने जो कुछ लिखा है वो 4 वर्ष टेलेंट विद्यार्थी के रूप में पढ़ाई(1978-81)व 10वर्ष(2010 से2020तक)गवर्निग काँसिल सदस्य एवं कार्यकारिणी सदस्य के रूप में सकारात्मक व स्वतंत्र सोच के साथ गिलहरी वाला सहयोग करते हुए अनुभव किया है।



 डॉ०प्रभुसिंह राठौड़, बुड़किया (B.Sc,M.A,B.Ed.,PhD in Pol.Science)
विकास अधिकारी(LIC), 
कार्यकारिणी सदस्य-चौपासनी शिक्षा समिति, जोधपुर।।

शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2020

3 तरह के जवाब

3 तरह के जवाब 


दुनिया भर में 3 तरह के जवाब दिए जाते हैं
1- हाँ
2- नहीं
3- शायद

लेकिन जोधपुर में चौथा जवाब भी दिया जाता है वो है

4) थने कंई पंचायती---

शनिवार, 3 अक्तूबर 2020

जोधपुर नगर निगम नई वार्ड नम्बर लिस्ट 2020

जोधपुर नगर निगम नई वार्ड नम्बर लिस्ट 2020





Jodhpur ward list


जोधपुर शहर में दो नगर निगम हो गए हैं। उत्तर और दक्षिण की अधिसूचना जारी करने के साथ ही 160 वार्ड के क्षेत्र भी जारी कर दिए गए। जानिये आपको घर या मोहल्ला किस वार्ड व नगर निगम में आता है।


नगर निगम उत्तर का क्षेत्र


वार्ड 1
जनसंख्या - 7702
प्रमुख क्षेत्र - भूरी बेरी, चौपड़, बालसमंद रोड, भूरंटिया हिंगलाज नगर।
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वार्ड - 2
जनंसख्या - 6426
प्रमुख क्षेत्र - रूपावतों का बेरा, हनुमानजी का बाडिया, कालीबेरी बेलदार बस्ती।
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वार्ड - 3
जनसंख्या - 8854
प्रमुख क्षेत्र - चौपड़ भील बस्ती, पुरानी भाकरी बास, गणेश कॉलोनी, सुगणा भवन माचिया सफारी पार्क
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वार्ड -4
जनसंख्या - 6462
क्षेत्र - भूरंटिया बस्ती, रामानन्द आश्रम, दाधीच कॉलोनी, जयनारायण व्यास कॉलोनी, नई भाकरी बास।
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वार्ड - 5
जनसंख्या - 7454
क्षेत्र - धर्मावतों का बास, व्यास बाग, रकासनी नई व पुरानी, रूपावतों का बास, व्यापारियों का मोहल्ला, सूरसागर महल।
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वार्ड 6
जनसंख्या - 8329
क्षेत्र - मावडियो की घाटी, राजबाग हरिजन बस्ती, सुखराम नगर ए व बी।
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वार्ड 7
जनसंख्या - 5912
प्रमुख क्षेत्र - कबीर नगर पहाडेश्वर महादेव कॉलोनी, गणसहिदा कॉलोनी।
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वार्ड 8
जनसंख्या - 7328
प्रमुख क्षेत्र - संजय ए कॉलोनी, तुलसी कॉलोनी।
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वार्ड 9
जनसंख्या - 5932
प्रमुख क्षेत्र - 96 क्वार्टर व प्रताप नगर हाउसिंग बोर्ड का पूरा क्षेत्र।
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वार्ड 10
जनसंख्या - 5929
प्रमुख क्षेत्र - हुडको क्वार्टर, के सेक्टर, इंदिरा कॉलोनी, शेरे राजस्थान कॉलोनी।
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वार्ड 11
जनसंख्या - 7409
प्रमुख क्षेत्र - प्रताप नगर यूआइटी के सभी सेक्टर, बंगाली क्वार्टर।
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वार्ड 12
जनसंख्या - 7457
प्रमुख क्षेत्र - बरकत कॉलोनी, अम्बेडकर कॉलोनी, कुम्हारों का बास, जगदम्बा कॉलोनी, सी व जी सेक्टर प्रताप नगर।
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वार्ड 13
जनसंख्या - 7463 प्रमुख क्षेत्र - उमराव खां कॉलोनी, बापू कॉलोनी, बरकत कॉलोनी का दायां भाग।
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वार्ड संख्या 14
जनसंख्या - 7129
प्रमुख क्षेत्र - महेश होस्टल के पीछे का क्षेत्र, सरगरा कॉलोनी, लाला लाजपत राय कॉलोनी, पंचोलिया नाडी।
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वार्ड 15
जनसंख्या - 6974
प्रमुख क्षेत्र - संजय सी कॉलोनी, चांदनी चौक, भारत चौक, ठकराणी चौक।
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वार्ड 16
जनसंख्या - 6862
प्रमुख क्षेत्र - संजय बी कॉलोनी, कुम्हारों का बास, जे सेक्टर आंशिक।
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वार्ड 17 जनसंख्या - 7847
प्रमुख क्षेत्र - सुंदर विहार, हकीम कॉलोनी, लाला लाजपत राय कॉलोनी, छीपा नाडी, डॉ जाकिर हुसैन कॉलोनी।
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वार्ड 18
जनसंख्या - 6354
प्रमुख क्षेत्र - सकीना कॉलोनी, सुखानन्द बगेची, डब्बू बस्ती, जनता कॉलोनी, नाथों की बगेची, गड्डी चांदपोल रोड।
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वार्ड 19
जनसंख्या - 10289
प्रमुख क्षेत्र - बड़ी भील बस्ती आंशिक, छोटी भील बस्ती, झालरा रामेदव कॉलोनी, चांदपोल कच्ची बस्ती, बडा रामद्वारा, रावटी के आस-पास, खरबूजा बावड़ी
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वार्ड 20
जनसंख्या - 6744
प्रमुख क्षेत्र - कोलरी, गीता गली, भाटियों का बास, साठ घरों का बास, भागीपोल, वेदों का चौक, पूर्बिया गली।
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वार्ड 21
जनसंख्या - 6319
प्रमुख क्षेत्र - चांदपोल चौका, जयनारायण व्यास कॉलोनी, छीपो का चौक, गजानन्द चौक, लोढों की गली, वीर मोहल्ला, न्यू बरकतुल्लाह खां कॉलोनी, फुलेराव की घाटी।
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वार्ड 22
जनसंख्या - 6462
प्रमुख क्षेत्र - खांडा फलसा, कुम्हारिया कुआं, बकरामंडी का चौक, तापडियों की गली, आडा बाजार, एक मीनार मस्जिद।
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वार्ड 23
जनसंख्या - 5873
प्रमुख क्षेत्र - न्यू बरकतुल्लाह खां कॉलोनी, बरकत कॉलोनी, बाइजी महाराज आश्रम।
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वार्ड 24
जनसंख्या - 6821
प्रमुख क्षेत्र - धान मंडी, सुथारों की गली, हकीम चौक, छीपो का मोहल्ला, मीया चौक, चढवे की गली, मायला बास।
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वार्ड 25
जनसंख्या - 6510
प्रमुख क्षेत्र - कुंजगली, सिंधियों का बास, ब्रह्मपुरी गली, पीरजी की गली।
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वार्ड 26
जनसंख्या - 4777
प्रमुख क्षेत्र - सफीला वाल्मीकि बस्ती, भील बस्ती, घांचियों का बास, इंद्रा चौक, बोरूंदा हवेली, दूध चौहटा, बालरवा हाउस।
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वार्ड 27
जनसंख्या - 5975
प्रमुख क्षेत्र - जवरी बाजार, बालवाडी स्कूल के आस-पास, हनुमान चौक, जालप मोहल्ला, बनियाबाडा।
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वार्ड 28
जनसंख्या - 5436
प्रमुख क्षेत्र - बोहरों की पोल, लखजी की पोल, कल्लों की गली, भीमजी मोहल्ला, जोशियों की कटकल, दर्जियों का चौक, बिस्सों का चौक।
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वार्ड 29
जनसंख्या - 4845
प्रमुख क्षेत्र - कंसारों की गली, आसोप की पोल, नायो का बड, नवचौकिया, चांद बावड़ी, भंडारियों की पोल, रामदेव चौक, दमजी व्यास का चौक।
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वार्ड 30
जनसंख्या - 5423
प्रमुख क्षेत्र - लखारा बाजार, सिटी पुलिस, सुनारो ंकी घाटी, डोडिदारों का मोहल्ला।
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वार्ड 31
जनसंख्या - 6270
प्रमुख क्षेत्र - आहोर की हवेली, इस्हाकिया स्कूल, बड़ी चेतानियों की गली, छोटी चेतानियों की गली, खैरादियों का बास।
--------
वार्ड 32
जनसंख्या - 4751
प्रमुख क्षेत्र - सुनारों का बास, जाटों का बास, पूरा मोहल्ला, मत्तडो की गली।
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वार्ड 33
जनसंख्या - 6244
प्रमुख क्षेत्र - रावतों का बास, घोड़ों का चौक, सोजतिया घांचियों का बास, कबूतरों का चौक, चाणोद हवेली।
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वार्ड 34
जनसंख्या - 6443
प्रमुख क्षेत्र - मेडती सिलावटों का बास, दासपा हवेली, महावीर मार्केट, भंडारी गली।
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वार्ड 35
जनसंख्या - 6029
प्रमुख क्षेत्र - मोती चौक, डबगरों की गली, कंसारो की गली, चांदी हॉल, निमाज की हवेली।
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वार्ड 36
जनसंख्या - 5875
प्रमुख क्षेत्र - लायकान मोहल्ला, आचार्यो का बास, काजियों की पोल, सुथारों का बास।
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वार्ड 37
जनसंख्या - 6828
प्रमुख क्षेत्र - पोकरन हवेली, घास मंडी, जवाहर खाना, गिरदीकोट, साइकिल मार्केट, पन्ना निवास।
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वार्ड 38
जनसंख्या - 5932
प्रमुख क्षेत्र - भाद्राजून हवेली, तूअरजी झालरा, गुलाब सागर बच्चा, राजमहज स्कूल क्षेत्र
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वार्ड 39
जनसंख्या - 5848
प्रमुख क्षेत्र - दाउजी की पोल, महिला बाग, महावतों की मस्जिद क्षेत्र।
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वार्ड 40
जनसंख्या - 5088
प्रमुख क्षेत्र - गोपाल भवन, इकरा मस्जिद, फतेहसागर कबीर आश्रम।
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वार्ड 41
जनसंख्या - 7421
प्रमुख क्षेत्र - बिशनपुरा, घांचियों का चौक, जालोरियो ंका बास, संजय बस्ती, नया तालाब का क्षेत्र।
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वार्ड 42
जनसंख्या - 6399
प्रमुख क्षेत्र - बम्बा मोहल्ला, गूंदियों की गली, ताजियों का चौक, गउ घाट।
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वार्ड 43
जनसंख्या - 9975
प्रमुख क्षेत्र - माउडों का चौक, मोहम्मद मस्जिद के सामने, हनुमानजी भाकरी।
------
वार्ड 44
जनसंख्या - 6805
प्रमुख क्षेत्र - स्टेडियम सिनेमा के आसपास, कलक्ट्रेक्ट क्षेत्र, नैनीबाई मंदिर, उदयमंदिर खापटा, मेडती के बाहर।
-------
वार्ड 45
जनसंख्या - 9349
प्रमुख क्षेत्र - बम्बा बारी, गुलजारपुरा, खानिया कोट, नई सडक़, चमनपुरा, घासमंडी रोड।
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वार्ड 46
जनसंख्या - 11530
प्रमुख क्षेत्र - उदयमंदिर आसन, भिश्तियों का बास, भारत कॉलोनी, शाहों का मोहल्ला।
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वार्ड 47
जनसंख्या - 7089
प्रमुख क्षेत्र - करबला कॉलोनी, उदयमंदिर हरिजन बस्ती, सरगरा कॉलोनी, तेजा होस्टल, धर्मनारायणजी हत्था।
-------
वार्ड 48
जनसंख्या - 5639
प्रमुख क्षेत्र - पावटा बी रोड मानजी का हत्था, कर्णसिंह हत्था, मूथाजी मंदिर, द्वितीय पोलो, जटिया कॉलोनी, खेतसिंह बंगला व आसपास।
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वार्ड 49
जनसंख्या - 6201
प्रमुख क्षेत्र - सिंधी भुटटो का बास, बेलदार गवाडी, बिशनपुरा, नागोरीगेट पुलिस चौकी के सामने।
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वार्ड 50
जनसंख्या - 6064
प्रमुख क्षेत्र - महावीर प्याऊ, माली नागोरिया का बास, विजय चौक, हरिजन बस्ती, बागर बेरी
-------
वार्ड 51
जनसंख्या - 6645
प्रमुख क्षेत्र - उम्मेद चौक, पूरबियों का बास, किशन चौक, गोलनाडी, बत्ता सागर, मेहरों का चौक, बडलों का चौक।
---------
वार्ड 52
जनसंख्या - 6076
प्रमुख क्षेत्र - छीपा कॉलोनी, कलाल कॉलोनी, बाबा रामेदव गली।
---------
वार्ड 53
जनसंख्या - 5114
प्रमुख क्षेत्र - कागा कागड़ी, बकरियों का चौक, भील बस्ती, विश्वकर्मा बगेची।
-------
वार्ड 54
जनसंख्या - 6353
प्रमुख क्षेत्र - नागौरी गेट, मेघवाल बस्ती 1 से 3, कागा पुलिस चौकी, उत्तम आश्रम।
-------
वार्ड 55
जनसंख्या - 6701
प्रमुख क्षेत्र - राम मोहल्ला, दामोदर कॉलोनी, शीतला माता मंदिर, शिफत हुसैन कॉलोनी, मिरासी कॉलोनी, इंद्रा कॉलोनी।
-----------
वार्ड 56
जनसंख्या - 6194
प्रमुख क्षेत्र - धोबी घाट, जनता कॉलोनी, हनुमान कॉलोनी, पहाडग़ंज प्रथम, बावरी बस्ती, पीपली चौक।
--------
वार्ड 57
जनसंख्या - 6006
प्रमुख क्षेत्र - कुम्भटों का बास, वेदों का बास, धान मंडी, बंजारा कॉलोनी, जगजीवनराम कॉलोनी, खेतानाडी।
---------
वार्ड 58
जनसंख्या - 4278
प्रमुख क्षेत्र - खटीको का बास, मारवाड़ नगर, मंडोरिया गेट, मानसागर एक से सात तक गली।
--------
वार्ड 59
जनसंख्या - 4096
प्रमुख क्षेत्र - आदर्श कॉलोनी, शिवपुरी गली नम्बर 1 से 3, भदवासिया सांसी कॉलोनी, सुनारों का बास, चारणों की गली।
--------
वार्ड 60
जनसंख्या - 4974
प्रमुख क्षेत्र - हेमसिंह कटला, महामंदिर थाने के पीछे, पाली बाजार, धारीवाल का बास, महेश कॉलोनी, जूनी बागर, पावटा सी रोड 1 से 4 गली।
-------
वार्ड 61
जनसंख्या - 5283
प्रमुख क्षेत्र - इमरतिया बेरा, आयकर कॉलोनी, विकास कॉलोनी, अशोक नगर, मेघवाल बस्ती, ओमजी का हत्था।
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वार्ड 62
जनसंख्या - 5291
प्रमुख क्षेत्र - बाबूलक्ष्मणसिंह कॉलोनी, शिव शक्ति नगर गली 1 से 6, सांसी बस्ती आंशिक।
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वार्ड 63
जनसंख्या - 6019
प्रमुख क्षेत्र - राजीव नगर सी, दाधीच नगर, महादेव नगर, ओम नगर, राम नगर, राजीव नगर।
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वार्ड 64
जनसंख्या - 4292
प्रमुख क्षेत्र - तिलक नगर प्रथम व द्वितीय, आर्य नगर, राजीव नगर डी का आंशिक नगर।
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वार्ड 65
जनसंख्या - 7051
प्रमुख क्षेत्र - संत आसुराम कॉलोनी, पुरोहितों का बास, सोनारों की गली, ब्रोह्मणों का बास, लखारो की गली।
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वार्ड 66
जनसंख्या - 6506
प्रमुख क्षेत्र - पीपली चौक, तेलियों की बस्ती, नाडी मोहल्ला, मदीना मस्जिद।
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वार्ड 67
जनसंख्या - 7156
प्रमुख क्षेत्र - अशोक कॉलोनी, न्यू जाटा बास, कालकारों का मोहल्ला।
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वार्ड 68
जनसंख्या - 8373
प्रमुख क्षेत्र - बिचला बास, परिहार नगर प्रथम व द्वितीय, राजीव गांधी कॉलोनी, कीर्ति नगर डी सेक्टर, राम सागर बेरा।
------------
वार्ड 69
जनसंख्या - 10253
प्रमुख क्षेत्र - विश्वकर्मा नगर प्रथम, द्वितीय, गुलजार नगर ए व बी, दधिमती नगर, गणेश नगर, गायत्री नगर, पाश्वनार्थ नगर।
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वार्ड 70
जनसंख्या - 4304
प्रमुख क्षेत्र - चतरावतों का बेरा, बापू नगर, बलदेव नगर, नवोडा बेरा, माता का थान, अमर नगर।
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वार्ड 71
जनसंख्या - 5009
प्रमुख क्षेत्र - रामदेव कॉलोनी भाकर, तिरुपति बालाजी नगर, बासनी भील बस्ती, मेघवाल बस्ती।
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वार्ड 72
जनसंख्या - 4274
प्रमुख क्षेत्र - परिहारों का बास, सुथारों का बास, चार थम्बा, कीर्ति नगर सी, गोशाला मगरा।
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वार्ड 73
जनसंख्या - 4180
प्रमुख क्षेत्र - गहलोतों का बास, भाटियों का बास, टाको का बास, रामतलाई नाडी।
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वार्ड 74
जनसंख्या - 2805
प्रमुख क्षेत्र - जसवंत सागर क्षेत्र, चतुरों का बेरा, रिषिकेश नगर, चोलावतों का बेरा, सुंदरसिंह भंडारी नगर।
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वार्ड 75
जनसंख्या - 9310
प्रमुख क्षेत्र - किशोर बाग, पहाडग़ंज द्वितीय, चाणक्य नगर, पाबू बस्ती।
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वार्ड 76
जनसंख्या - 7671
प्रमुख क्षेत्र - नृसिंह विहार, बद्री विहार, दिलीप नगर, आदर्श नगर, नारायण कॉलोनी, कमला नगर।
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वार्ड 77
जनसंख्या - 4013
प्रमुख क्षेत्र - अमृतलाल स्टेडियम, मायली मंडावता, पदाला बेरा, मंडोर पुलिस थाने के पीछे का क्षेत्र।
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वार्ड 78
जनसंख्या - 6307
प्रमुख क्षेत्र - हंसलाव की पाल, लाल बेरा, नृसिंह कॉलोनी, 8 मील, 9 मील, मथानिया फांटा।
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वार्ड 79
जनसंख्या - 6722
प्रमुख क्षेत्र - सुख शांति नगर, नागौरी बेरा, फूलबाग, देवड़ा कॉलोनी, गणपति विहार।
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वार्ड 80
जनसंख्या - 8749
प्रमुख क्षेत्र - किशोर बाग, बालसमंद, बेलदार बस्ती, मगजी की घाटी, मंडोर चौराहा।
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नगर निगम दक्षिण

जोधपुर. नगर निगम का गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नगर निगम दक्षिण व नगर निगम उत्तर का वार्डों की जानकारी यहां दी गई है।
वार्ड - 1
जनसंख्या-7816
क्षेत्र- अखेराज जी का तालाब, शांतिनाथ नगर, अरिहंत नगर, मीरा कॉलोनी, गोकुल विहार
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वार्ड -2
जनसंख्या-7615
क्षेत्र- जोशी कॉलोनी, शिव बस्ती, महावीर नगर, हुडक़ो क्वार्टर, दीनदयाल उपाध्याय पार्क।
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वार्ड-3
जनसंख्या-7656
क्षेत्र-आंशिक ज्योति नगर, हरिजन बस्ती, ब्राह्मणों का बास, देवी रोड नहर।
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वार्ड-4
जनसंख्या-6674
क्षेत्र- विकास नगर, आचार्या का बास, सैन कॉलोनी, करणी कॉलोनी, विश्वकर्मा कॉलोनी, चामुंडा कॉलोनी, मोमीन कॉलोनी।
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वार्ड- 5
जनसंख्या-6078
क्षेत्र-बंगाली क्वार्टर, गुजराती कॉलोनी, कालीमाता मंदिर।
----------
वार्ड- 6
जनसंख्या-6672
क्षेत्र- हाजी रोड, कमला नेहरू नगर तृतीय विस्तार योजना, गायत्री नगर, प्रमोद पार्क, डिफेंस कॉलोनी, विष्णु कॉलोनी, अरोड़ा पार्क, पीएनटी कॉलोनी।
-----
वार्ड- 7
जनसंख्या- 6819
क्षेत्र- आंशिक ज्योति नगर, आंशिक अशोक नगर, राजीव गांधी कॉलोनी गली नं. 1 से 7।
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वार्ड- 8
जनसंख्या- 6690
क्षेत्र- आंशिक ज्वाला विहार, गजानंद कॉलोनी, सूथला श्मशान रोड, आंशिक अशोक नगर।
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वार्ड- 9
जनसंख्या- 7293
क्षेत्र- आंशिक शिक्षक कॉलोनी, फिरोज खां कॉलोनी, पठानकोट, ज्वाला विहार का आंशिक भाग।
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वार्ड- 10
जनसंख्या- 4767
क्षेत्र- सुंदर बालाजी, जैसलमेर मुख्य रोड से गोपालवाड़ी,गुजराती कॉलोनी, शिक्षक कॉलोनी क्षेत्र।
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वार्ड- 11
जनसंख्या- 5258
क्षेत्र- मॉडल टाउन, जैसलनगर, भट्टी की बावड़ी, अपना नगर, महावीरपुरम।
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वार्ड- 12
जनसंख्या-4135
क्षेत्र- रामदेव नगर, मारवाड़ नगर, नाकोड़ा नगर, आंशिक नेहरू नगर, आंशिक ऋषभ नगर, आदेश्वर नगर, आरके नगर, राधाकृष्ण नगर।
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वार्ड- 13
जनसंख्या-3135
क्षेत्र- सूरज नगर, आंशिक हरिओम नगर, यूआइटी कॉलोनी, कृष्ण नगर, श्रीराम नगर, हरि नगर, विनायक विहार, नारकोटिक्स के पीछे वाली कच्ची बस्ती।
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वार्ड- 14
जनसंख्या- 5156
क्षेत्र- आंशिक नेहरू नगर, आंशिक वैष्णव नगर, आंशिक ऋषभ नगर, आंशिक कुलदीप नगर, आंशिक श्याम नगर, आंशिक आदेश्वर नगर, सुगन विहार, रामकृष्ण नगर, आदिनाथ नगर, रूपनगर प्रथम, द्वितीय।
-------------
वार्ड- 15
जनसंख्या- 4287
क्षेत्र- चौहाबो सेक्टर 25, 23 व सेक्टर 20 सीमा में स्थित समस्त गली व मोहल्ले।
-------------
वार्ड- 16
जनसंख्या- 6499
क्षेत्र-18 ई, 19, 19ई, लालसिंह कॉलेनी, दूरदर्शन कॉलोनी।
----------
वार्ड-17
जनसंख्या-5752
क्षेत्र- आंशिक सेक्टर 17, सेक्टर 17 ई।
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वार्ड- 18
जनसंख्या-6625
क्षेत्र- सेक्टर 15, आंशिक 16, आंशिक 6,8 सेक्टर व आंशिक 17 सेक्टर
----------
वार्ड- 19
जनसंख्या- 7101
क्षेत्र- सेक्टर 18 व सेक्टर 14 ।
----------
वार्ड-20
जनसंख्या-5987
क्षेत्र- देव नगर, अशोक नगर आंशिक, आंशिक राजीव गांधी कॉलोनी, समन्वय नगर आंशिक। आंशिक 21 व 21 ई सेक्टर, नरपत नगर, समन्वय नगर, अमृत नगर।
---------
वार्ड-21
जनसंख्या- 6715
क्षेत्र- सेक्टर 12, सेक्टर 11 व आंशिक सेक्टर 21 ।
--------------
वार्ड- 22
जनसंख्या- 8794
क्षेत्र- सेक्टर 6, आंशिक 8, 9, 10 का क्षेत्र।
-----------------------
वार्ड-23
जनसंख्या-7905
क्षेत्र- सेक्टर 1 से 5 व 7।
--------------------------
वार्ड- 24
जनसंख्या- 5393
क्षेत्र- शांतिप्रिय नगर, नाइयों की बगेची, टीबी अस्पताल, चीरघर तिराहे, बिलावल मस्जिद, खत्री समाज न्याति नोहरा आसपा का क्षेत्र।
------------
वार्ड-25
जनसंख्या-6581
क्षेत्र- आंशिक राजीव गांधी नगर, बालाजी मोहल्ला, आंशिक समन्वय नरगर, हरिजन बस्ती।
---------
वार्ड-26
जनसंख्या- 5633
क्षेत्र- यूआइटी कॉलोनी, सिंधी मुस्लिम, रोटरी स्कूल, दल्ले खां की चक्की, आंशिक नट बस्ती, श्रमिकपुरा सी मस्जिद।
-----
वार्ड- 27
जनसंख्या- 8231
क्षेत्र- श्रमिकपुरा, बालाजी कॉलोनी।
---------
वार्ड- 28
जनसंख्या-6556
क्षेत्र- बलदेव नगर, वीर दुर्गादास कॉलोनी, बलदेव नगर गली नं. 1 से 9, गली नं. 10 आशिंक, लंगा बस्ती, नंदवन, बालॉजी कॉलोनी, पुराने फिदुसर रेलवे मार्ग के पीछे बस्तियां।
---------
वार्ड- 29
जनसंख्या- 7615
क्षेत्र- आंशिक वर्गी कॉलोनी कच्ची बस्ती।
--------
वार्ड-30
जनसंख्या- 6350
क्षेत्र- संतोषपुरा, बाबू राजेन्द्र मार्ग, सुभाष मार्ग, बैंक कॉलोनी, वर्गी कॉलोनी आंशिक।
--------------
वार्ड 31
जनसंख्या 5828
प्रमुख क्षेत्र- राव कॉलोनी, वर्गी कॉलोनी, दमामी कॉलोनी, हरिजन बस्ती।
-----
वार्ड 32
जनसंख्या - 5722
प्रमुख क्षेत्र-- पुलिस थाना शास्त्री नगर, काजरी के सामने वाला क्षेत्र, हैवी इंडस्ट्रियल एरिया, जवाहर कॉलोनी, आदर्श सोसायटी, पत्रकार कॉलोनी।
-----
वार्ड 33
जनसंख्या-- 5472
प्रमुख क्षेत्र-- मिल्कमैन कॉलोनी गली 1 से 15 तक, मुख्य पाल रोड श्याम बालाजी मार्ग, सीबीआई कर्मचारी कॉलोनी, काजरी क्वाटर्स।
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वार्ड 34
जनसंख्या-- 4921
प्रमुख क्षेत्र--खेमे का कुआं, मिरासी बस्ती, सुभाष विहार, पटेल बस्ती, सांखलों का बास।
---
वार्ड 35
जनसंख्या-- 5626
प्रमुख क्षेत्र--- सुभाष नगर, बंजारा कॉलोनी, प्रेमनगर, अग्रसेन नगर, केशव नगर, पीएनटी कॉलोनी।
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वार्ड 36
जनसंख्या--- 4881
प्रमुख क्षेत्र--- भास्कर नगर, रतन नगर, विवेकानंद नगर, मरुधर केसरी नगर, यूआइटी कॉलोनी, रेलवे कॉलोनी।
----
वार्ड 37
जनसंख्या--4933
प्रमुख क्षेत्र --- भगवान महावीर कॉलोनी, दाउजी की होटल, पुलिस थाना बासनी, श्रमिक कॉलोनी, हुडको क्वार्टर।
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वार्ड 38
जनसंख्या--- 5065
प्रमुख क्षेत्र--- बंगाली क्वार्टर्स, रेलवे क्वार्टर्स, भगत की कोठी विस्तार योजना, बासनी गांव।
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वार्ड 39
जनसंख्या----- 4073
प्रमुख क्षेत्र-- केके कॉलोनी स्कीम 1 से 10 तक का संपूर्ण हिस्सा, बासनी इण्डस्ट्रीज एरिया प्रथम का आंशिक हिस्सा।
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वार्ड 40
जनसंख्या--- 5466
प्रमुख क्षेत्र---- बासनी कृषि मंडी, नूर मोहम्मद कॉलोनी, संजय कॉलोनी, सरस्वती नगर।
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वार्ड 41
जनसंख्या--- 5154
प्रमुख क्षेत्र---- सरस्वती नगर बी व सी का क्षेत्र, मधुबन 4 सेक्टर, खारी ढाणी, घांचियों की गुफा सी सेक्टर।
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वार्ड 42
जनसंख्या---- 5391
प्रमुख क्षेत्र----मधुबन हाउसिंग बोर्ड सेक्टर 1, 1अ, ब, स, द व 2 तथा 3 का संपूर्ण हिस्सा।
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वार्ड 43
जनसंख्या----- 4962
प्रमुख क्षेत्र---डीडीपी नगर सेक्टर 1 से 10 का संपूर्ण भाग, कृष्णा नगर का आंशिक भाग नगरीय सीमा तक
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वार्ड 44
जनसंख्या---3634
प्रमुख क्षेत्र---प्रजापति कॉलोनी, मीरा नगर, बनावडियों की ढाणी, राणीसाथान।
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वार्ड 45
जनसंख्या--- 4689
प्रमुख क्षेत्र----नवदुर्गा विशाल नगर, शैलेष नगर, पृथ्वीराज नगर का आंशिक भाग।
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वार्ड 46
जनसंख्या ----5286
प्रमुख क्षेत्र---- पीली टंकी के सामने भगत की कोठी, घांची कॉलोनी, प्रजापति कॉलोनी, कृश्ण मंदिर की चारों गलियां।
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वार्ड 47
जनसंख्या-----5329
प्र्र्र्रमुख क्षेत्र---- सुशील नगर, भगत की कोठी, जोगमाया कॉलोनी, गुर्जरों का मोहल्ला, विजय नगर, रिक्तियां भैरूजी चौराह तक।
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वार्ड 48
जनसंख्या--- 4999
प्रमुख क्षेत्र----सेक्शन 7 विस्तार, इन्द्रा विहार सेक्शन 7 विस्तार, ग्रीन पार्क, अहिंसा सर्किल, डाक बंगले के पीछे, डीआरएम ऑफिस के सामने बंगले व क्वार्टर्स।
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वार्ड 49
जनसंख्या---4941
प्रमुख क्षेत्र----लाइट इंडस्ट्रियल एरिया, रेलवे आवासीय कॉलोनी, रेलवे डीएस कॉलोनी सेक्टर 4 एफ, इसाइयों का कब्रिस्तान, एलएमजे सर्विस सेंटर वाली चारों गली।
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वार्ड 50
जनसंख्या - 3671
प्रमुख क्षेत्र - शास्त्री नगर बी, सी व डी, आरएसईबी कॉलोनी, पीएनटी कॉलोनी।
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वार्ड 51
जनसंख्या - 4968
प्रमुख क्षेत्र - शास्त्रीनगर ए, जी ई का हिस्सा।
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वार्ड 52
जनसंख्या - 3397
प्रमुख क्षेत्र - सरदारपुरा, सिंधी कॉलोनी।
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वार्ड 53
जनसंख्या - 6014
प्रमुख क्षेत्र - गांधी मैदान, सत्संग भवन, झूलेलाल मंदिर, नसरानी सिनेमा।
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वार्ड 54
जनसंख्या - 6138
प्रमुख क्षेत्र - माधोबाग, उम्मेद अस्पताल का क्षेत्र, नवल नगर, लोढों का चौक।
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वार्ड 55
जनसंख्या - 6927
प्रमुख क्षेत्र - मालियों की गली, होली चौक, खडिया बास।
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वार्ड 56
जनसंख्या - 3259
प्रमुख क्षेत्र - तारघर, नेहरू पार्क, बखतसागर, दुर्गाबाड़ी, गणगौर पार्क, सरदारपुरा ई, सी व डी की पहली रोड।
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वार्ड 57
जनसंख्या - 5419
प्रमुख क्षेत्र - ब्रह्मबाग, ईदगाह, सिंधी मोहल्ला, गाच्छा बगेची।
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वार्ड 58
जनसंख्या - 5912
प्रमुख क्षेत्र - रामापीर कॉलोनी, करनी बाग, भगवती कॉलोनी, लडडा कॉलोनी, शक्ति कॉलोनी, लोको कॉलोनी, रेलवे स्टेडियम का क्षेत्र।
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वार्ड 59
जनसंख्या - 3729
प्रमुख क्षेत्र - सूर्या कॉलोनी, विक्रमादित्य कॉलोनी, सरदार पटेल राजकीय कॉलोनी, कर्मचारी कॉलोनी, महावीर नगर।
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वार्ड 60
जनसंख्या - 3730
प्रमुख क्षेत्र - जवाहर कॉलोनी, सरदार क्लब, वर्धमान कॉलोनी, गोल्फ कोर्स, मालवीय नगर।
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वार्ड 61
जनसंख्या - 3757
प्रमुख क्षेत्र - अभयगढ़, अरविंद नगर, भैरूविलास, पटेल नगर, सरदार क्लब स्कीम।
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वार्ड 62
जनसंख्या - 4658
प्रमुख क्षेत्र - सेंट्रल स्कूल स्कीम, व्यास कॉलोनी, शिवशक्ति कॉलोनी, आहूजा कॉलोनी।
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वार्ड 63
जनसंख्या - 5235
प्रमुख क्षेत्र - पंचवटी कॉलोनी, महावीर कॉलोनी, हाइकोर्ट कॉलोनी, पीडब्ल्यूडी कॉलोनी।
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वार्ड 64
जनसंख्या - 4394
प्रमुख क्षेत्र - रातानाडा एक्सटेंशन, गोरधन कॉलोनी, रातानाडा सब्जी मंडी क्षेत्र।
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वार्ड 65
जनसंख्या - 4979
प्रमुख क्षेत्र - लोको कॉलोनी, मालियो की गली, ईदगाह गली, घांची समाज गली।
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वार्ड 66
जनसंख्या - 4254
प्रमुख क्षेत्र - जालोरी गेट बारी, जसवंत सराय, सोजती गेट, दर्पण सिनेमा, आनन्द सिनेमा से पूरी तिराहा।
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वार्ड 67
जनसंख्या - 7698
प्रमुख क्षेत्र - मोहनपुरा, हरिजन बस्ती, अजीत कॉलोनी, माहेश्वरी बगेची, हनवंत कॉलोनी, पटेल नगर, उम्मेद क्लब का क्षेत्र।
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वार्ड 68
जनसंख्या - 5434
प्रमुख क्षेत्र - इंद्रा कॉलोनी, पांचबत्ती कॉलोनी, कैलाश नगर, गौरा हाउस।
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वार्ड 69
जनसंख्या - 8723
प्रमुख क्षेत्र - नेहरू कॉलोनी, सांसी बस्ती, बग्गी खाना, डिफेंस कॉलोनी।
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वार्ड 70
जनसंख्या - 3966
प्रमुख क्षेत्र - पाबुपुरा, विनायकिया, जोगियों की बस्ती।
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वार्ड 71
जनसंख्या - 6265
प्रमुख क्षेत्र - ईस्ट पटेल नगर, गणेशपुरा, रातानाडा गणेश मंदिर, राजीव गांधी कॉलोनी, सुभाष कॉलोनी, उम्मेद हेरिटेज कॉलोनी, उम्मेद भवन क्वार्टर।
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वार्ड 72
जनसंख्या - 6509
प्रमुख क्षेत्र - बैंक कॉलोनी, पुरानी पुलिस लाइन, प्रजापत कॉलोनी, जैन कॉलोनी, हनवंत विहार, पावटा सब्जी मंडी।
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वार्ड 73
जनसंख्या - 4808
प्रमुख क्षेत्र - पृथ्वीपुरा हरिजन बस्ती, आर्मी क्वार्टर, जवाहरसिंह बंगला।
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वार्ड 74
जनसंख्या - 6981
प्रमुख क्षेत्र - जालम विलास, मीरा गार्डन, आर्य समाज, वीर दुर्गादास कॉलोनी, लक्ष्मीनगर संख्या 1 व 2, हनवंत गली 1 से 11।
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वार्ड 75
जनसंख्या - 8602
प्रमुख क्षेत्र - जैन कॉलोनी, लक्ष्मी नगर, वॉलीबॉल मैदान, राजपूत सभा भवन के आस-पास।
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वार्ड 76
जनसंख्या - 6164
प्रमुख क्षेत्र - शक्ति नगर 1 से 9 गली, हनवंत ए व बी 11 नम्बर गली, मटकी चौराहा, महामंदिर तीसरी पोल के बाहर।
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वार्ड 77
जनसंख्या - 7434
प्रमुख क्षेत्र - न्यू बीजेएस कॉलोनी, जेडएस ए व बी, मंगल विहार।
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वार्ड 78
जनसंख्या - 7920
प्रमुख क्षेत्र - नट बस्ती, सुल्तान नगर, कुसुम विहार, मिरासी कॉलोनी, आरटीओ 80 फीट के दोनों ओर, श्रीराम नगर, गुलाब नगर।
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वार्ड 79
जनसंख्या - 7804
प्रमुख क्षेत्र - गोदारो का बास, डिगाडी स्कूल, जाटो का बास, राजेन्द्र नगर, प्रेम नगर, श्रीराम नगर, सारण नगर सी रोड, धनेश नगर।
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वार्ड 80
जनसंख्या - 5388
प्रमुख क्षेत्र - वैभव विहार, तिरुपति विहार, कन्हैया नगर, सैनिक पुरी, शिकारगढ़ चौराहा मिनी मार्केट, शिव कॉलोनी।


मंगलवार, 28 जनवरी 2020

तोरण क्या है

तोरण क्या है


what is toran,विवाह में तोरण का महत्व, तोरण,दूल्हा तोरण को तलवार से क्यों स्पर्श करता है

कुछ लोग जानकारी के अभाव मे गलती कर रहे हे

हिन्दू समाज में शादी में तोरण मारने की एक आवश्यक रस्म है।

जो सदियों से चली आ रही है। लेकिन अधिकतर लोग नहीं जानते कि यह रस्म कैसे शुरू हुई।

दंत कथानुसार कहा जाता है कि एक तोरण नामक राक्षस था जो शादी के समय दुल्हन के घर के द्वार पर तोते का रूप धारण कर बैठ जाता था तथा दूल्हा जब द्वार पर आता तो उसके शरीर में प्रवेश कर दुल्हन से स्वयं शादी रचाकर उसे परेशान करता था।

एक बार एक राजकुमार जो विद्वान एवं बुद्धिमान था शादी करने जब दुल्हन के घर में प्रवेश कर रहा था अचानक उसकी नजर उस राक्षसी तोते पर पड़ी और उसने तुरंत तलवार से उसे मार गिराया व शादी संपन्न की।
बताया जाता है कि तब से ही तोरण मारने की परंपरा शुरू हुई अब इस रस्म में दुल्हन के घर के दरवाजे पर लकड़ी का तोरण लगाया जाता है, जिस पर एक तोता (राक्षस का प्रतीक) होता है।

बगल में दोनों तरफ छोटे तोते होते हैं। दूल्हा शादी के समय तलवार से उस लकड़ी के बने राक्षस रूपी तोते को मारने की रस्म पूर्ण करता है।

गांवों में तोरण का निर्माण खाती करता है, लेकिन आजकल बाजार में बने बनाए सुंदर तोरण मिलते हैं, जिन पर गणेशजी व स्वास्तिक जैसे धार्मिक चिह्न अंकित होते हैं और दूल्हा उन पर तलवार से वार कर तोरण (राक्षस) मारने की रस्म पूर्ण करता है।

यानी दूल्हा राक्षस की जगह गणेशजी या धार्मिक चिन्हों पर वार करता है जो कि भारतीय परंपरा और धार्मिक दृष्टि से उचित नहीं है।

एक तरफ हम शादी में गणेश पूजन कर उनको रिद्धि-सिद्धि सहित शादी में पधारने का निमंत्रण देते हैंऔर दूसरी तरफ तलवार से वार कर उनका अपमान करते हैं, यह उचित नहीं है।

अत:
तोरण की रस्म पर ध्यान रखकर परंपरागत राक्षसी रूपी तोरण ही लाकर रस्म निभाएं ।

कोई अशुभ कार्य नहीं करे कृपया उपरोक्त सन्देश को
जितना हो सके सेयर करे एवम् सभी को सत्यता से अवगत कराईये ताकि भविष्य में ध्यान रखा जा सकेँ। 

सोमवार, 1 अक्तूबर 2018

जंगी गढ जोधांण

जंगी गढ जोधांण-- मोहनसिंह रतनू


जयपुर कदेन जावणो,
अंबु हवा असुद्व।
प्राय वाहन गिरपडै,
राह करे अवरूद्व।।1

बारीश में कोटा बुरो,
दिन रूकणो नह दोय।
माखी माछर मांदगी,
हर च्यारुं दिस होय।।२

सरदी में आबू शिखर,
भूल कदे मत भेट।
काया धूजै कांपती,
लेवे  ठंड लपेट।।३

मझ गरमी रै मांयनै, चुरू उपाडे चांम।
चिलबलती लूंवां चले,
हुवे नींद हराम।।४

क्यूं काला दर दर भमे,
फिर मत व्यग्र फजूल।
जगां सुहाणी जोधपुर,
आब हवा अनुकूल।।५

आडो रह्यो अजीत रै,
दिलसुध दुरगा दास।
जीवण भर रण जूंझियो,
अमर हुओ इतिहास।।६

विटप रूखाल़ण वासतै,
पिण्ड दिया तज प्राण।
अगवाणी री अमरता,
जाहर हुइ जोधांण।।७

मधुर संभासण,
मोटमन,
अंतस घण अपणास।
जी कारो हर जीब पे,
खूबी जोधपुर खास।।८

बंध कोट ओपे बदन,
कमर बद्व करपाण।
पाग अनुपम्म जोधपुर,
पूरे जग पहचांण।।९

जौध बसायो जोधपुर,
नवखंड करियो नाम।
दी कुरबाणी देह री,
रंग हो राजा राम।।१०

जग में चावो जोधपुर,
भल चमकंतो भाण।
अड़ियो जाय अकास सूं,
जंगी गढ जोधांण।।११

इमली,लूंग,इलाइची,
अठे न निपजै आम।
सिर देवण रण सूरमां,
बैठा गामो गाम।।१२

बोर मतीरा बाजरी,
कूमटिया अरु कैर।
राजी व्हे सुर राज तो,
लागे लावा लैर।।१३

वसुधा देश विदेश मे,
करे शाह सब काम।
आज इल़ा पर अग्र है,
नग्र जोधपुर नाम।।१४
 


जोधपुर  रै नांम चंद ओल़ियां
रचयिता-मोहन सिंह रतनू 
आदरणीय मोहनसा रै दूहां री सम्मति में चंद दूहा-
बंको बीकानेर-गिरधरदान रतनू दासोड़ी
मुरधर रो जस मंडियो,
चारण मोहन चाव।
अलंकार उकती अनुप,
भर उर आदर भाव।।1

जाहर गढ जोधाण री,
पंगी समँदां पार।
आज सुरंगी की अवस,
विध विध कर विस्तार।।2

सहर बीजा तो सांप्रत,
है नीं समवड़ हेर।
जग समवड़ जोधाण रै,
(ओ तो) बंको बीकानेर।।4

धर धिन धोरा धोल़िया,
समवड़ जिकै सुमेर।
संत सती वड सूरमा,
बो'ल़ा बीकानेर।।5

जग जणणी राजै जठै,
किनियांणी करनल्ल।
उत रिड़मल जोधो अवस,
हिव पूगा धर हल्ल।।6

महि कानै नै मारियो,
मुदै तजत मरजाद।
जो करनी राजै जठै,
सुणण सेवगां साद।।7

बदरी अन केदार वड,
जाण पुरी जगन्नाथ।
इल़ देसाणै आय इम,
पेख दास फल़ पात।।8

ओरण हरियाल़ी अवन,
जग बदरी सम जाण।
जगत सगत री जातरा,
देख करै देसाण।।9

कमरै रा कंध भँगिया,
जैतराव धर जेथ।
मुगल़ बीह उण मुलक में,
अवर न पूगा ऐथ।।10

राती-घाटी राठवड़
भिड़ियो जैतो भट्ट।
हल्दीघाटी री हिव जनक,
रही  जँगल़ रजवट्ट।।11
धर राखी राख्यो धरम,
विमल़ हिंदवां वेस।
जा'झ कँवाड़ां झूड़िए,
कमध जेथ करनेस।।12

जंभेसर जोगी जठै,
महि धिन तप्यो मुकांम।
जाहर जिणरो जोयलो,
धर समराथल़ धांम।।13

जस जोवो जसनाथ रो,
भुइ सारी इण भेर।
अगन-निरत चावो अवस,
बसुधा बीकानेर।।14

जाहर गढ जोधांण रो,
हाड अकूणी हेर।
सदा निशंको सांप्रत,
बंको बीकानेर।।

शुक्रवार, 13 जुलाई 2018

नारियल वदारियो

अमेरिका का Aeroplane ब्लास्ट हुआ:

जापान: टेक्नोलॉजी परीक्षण किये थे ?
अमेरिका: yes

रशिया: क्रिटिकल मास वॉल्यूम ठीक था ?
अमेरिका: yes

ब्रिटेन: ऑपरेटिंग मोड सिस्टम चेक किया था ?
अमेरिका: yes

भारत:   बावजी के नारियल वदारियो...?

अमेरिका : No...!

भारत:    ले............ अटे भूल वेगी नी !!!!!

HISTORY OF JODHPUR : मारवाड़ का संक्षिप्त इतिहास

  Introduction- The history of Jodhpur, a city in the Indian state of Rajasthan, is rich and vibrant, spanning several centuries. From its o...

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