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शनिवार, 21 नवंबर 2015

मारवाड़ी_का_दिमाग_दो_धारी_तलवार

मुम्बई में एक लडके की
अण्डों से भरी टोकरी
साईकिल के पत्थर से टकराने से टूट गयी !
भीड़ इकठी हुई
और
सभी चिलाये : देख कर चलो भाई , कितनी गन्दगी कर दी ?

एक काका ने
भीड़ से कहा : इतना चिलाने से अच्छा है
यह सोचो इसका मालिक इसकी क्या हालात करेगा?
पगार में से पैसे काट लेगा!
इसकी कुछ मदद करो !
लो मेरी तरफ से 10/रूपये !

सभी ने सहानभूति जताते हुए
10 -10 रूपये दिए!
लड़का खुश हो गया
क्यूंकि मिली हुई रकम
अण्डों की कीमत से ज्यादा थी !

सभी के चले जाने के बाद
एक व्यक्ति ने कहा : बेटे
काका ना होते
तो मालिक को तू क्या जवाब देता ?

लड़का : वो काका ही
मालिक है
और वो मारवाड़ी है !

#मारवाड़ी_का_दिमाग_दो_धारी_तलवार!



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