Translate

शनिवार, 9 मई 2015

राजस्थान का गौरव महाराणा प्रताप

मुण्ड कटै और रुण्ड लड़े इतिहास हमे बताता है
अरे खुद्दारी से जीना केवल राजस्थान सिखाता है
यहाँ राणा सा देशभक्त और चेतक की स्वामिभक्ति है
अरे घास की रोटी खाकर भी लड़ने की शक्ति है
है राष्ट्र सुरक्षित जो भालो की नोको पर कहते है
इस माटी के कण कण मे राणा प्रताप रहते है

जय प्रताप
जय राजस्थान

राजस्थान का गौरव महाराणा प्रताप की475 वी जयन्ती पर प्रदेशवासियो को हार्दिक शुभकामनाएँ

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

काळी- काळी उमड़ी कांठळ

काळी- काळी उमड़ी कांठळ            डॉ मदन सिंह राठौड़ काळी- काळी उमड़ी कांठळ, धवळा- धवळा अहो! धोरिया। गुडळा- गुडळा भुरज गहरावै, गैरा - गैर...

MEGA SALE!!! RUSH TO AMAZON